नफरत बुरी🔸 बला है ना पालो इसे
दिलों में जो खलिश है 🔸निकालो इसे
ना तेरा, ना 🔸मेरा, ना इसका है
यह बतन सबका है🔸 संभालो इसे
ना बतन🔸 कोई ऐसा है
ना कभी कोई🔸 होगा
जाति, धर्म 🔸और वेश भाषा का
समग्र मिलन जहां🔸 होगा
यह🔸 महारथियों की भूमि है
यह भारतीयों की 🔸भूमि है
हर कण 🔸लिपटा यहाँ खूनों में
यह सूर वीरो की 🔸भूमि है
यह वतन हमारा🔸 हिस्सा है इसको कभी छोड़ ना पाएंगे
रिश्ता टूटे चाहे जीवन से इससे🔸 कभी तोड़ ना पाएंगे